Whatssup shayari

Love is such a great frame of mind which make so sentimental . It has such a importance in everyone life. Many times these are expressed in Facebook shayari and whatssup shayari.

Below is a some list of few of top Facebook shayari and whatssup shayari.




दिल -ओ -दिमाग़ मुत्तफ़िक़ न हुआ पाक -ओ- हिन्द की तरह
ये मुहब्बत मुझे मसला -इ- कश्मीर लगती है -

दिल मे ही दर्द इतना, सुनने बालो की कमी न पर जय
हमे दूर लगता ही कही एक और ग़ालिब न बन जय -


किसी के हिस्से दूकान आयी,किसी के हिस्से मकान आयी,
मैं घर में सबसे छोटा था, मेरे हिस्से में "माँ" आयी -..

ना जाने बादलों के बीच क्या साज़िश हुई,
मेरा घर मिटटी का था और मेरे ही घर बारिश हुई.


आप ने  दिल पे दस्तख जो दी,
ऐसा लगा के सावन ने हजेरी दी,
मौसम के पहले बारिश ने दिल को भिगोया,
भीगे तो किसके याद में, जिसने हमे बारिश में रुलाया

उम्र भर ग़ालिब यही गलती करता रहा,
धुल चेरे पर थी और वो आइना साफ़ करता रहा....

वो तस्वीर लाखो रूपये में बिक गयी यारो....
जिसमे रोटी को तरसता बच्चा उदास बैठा था..

कफ़न में लिपटे, मेरे चेहरे को चूम कर उसने तड़प कर कहा",,,
"नए  कपडे क्या  पहन लिए अब हमें देखती भी  नहीं""


जाहिद शाराब पिने दे मस्जिद में बैठ कर 
या वह जगह बता जहा खुद नहीं.......
काफिर के दिल से आया हूँ मै देख कर
वह खुद मौजूद है उसे पता नहीं......


कल तक तो कहते के ऐ दोस्त  बिस्तर से उठ नहीं जाता
आज दुनिया से जाने की ताक़त कहाँ से आ गयी -

हजारूं ख्वाहिशें ऐसे की हर ख्वाहिश पर  दम निकले, 
बहहुत निकले मेरे अरमान लेकिन फिरर भी कम  निकले ...
सुनते ए थे निकले थे आदम खुल (जन्नत) से
मगर बहोत बे-आबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले -

वो अपने फायदे की खातिर फिर मिला था हमसे 
ग़ालिब हम नादान समझे हमारी दुआओं में असर बाकि  है!!!!!! -


ना ज़ाहिर हुई तुम से, ना बयान हुई हम से,
बस सुलझी हुई "आँखों" में उलझी रही मोहब्बत...

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